FROM THE FOUNDER'S DESK

भारत अनादिकाल से समस्त संसार का मार्गदर्शन करता रहा है। विश्व मानव की सर्वतोन्मुखी प्रगति में उसने सदा से अजस्र अनुदान दिया है। ज्ञान और विज्ञान का उदय इस भारत भूमि पर सर्वप्रथम हुआ तो पर वह इस सीमित क्षेत्र में अवरुद्ध नहीं रहा। प्रभात कालीन सूर्योदय का श्रेय तो मिला पर वे प्राची की किरणे समूचे जगत को प्रकाशवान बनाने के लिए निरंतर निस्सृत होती रही। समस्त मानव जाति ने भारतीय अनुदानों का अनवरत लाभ उठाया है। यही है इस देश की गौरव गरिमा का प्रधान आधार। भारत भूमि को स्वर्गादपि गरीयसी कहा गया है। यहां किसी समय उज्ज्वल चरित्र और आदर्श कर्तृत्व की दृष्टि से 33 करोड़ की आबादी को देवता की पदवी दी जाती रही है। यह विश्व विख्यात था। भारत को जगतगुरु कहा जाता था क्योंकि उसने विश्व बसुधा के कोने कोने में ज्ञान-विज्ञान का प्रकाश फैलाया था।

उसे चक्रवर्ती शासक माना जाता था क्योंकि उसने समाज व्यवस्था और शासन सत्ता की स्थापना का मार्ग सुझाया और अनपढ़ मानव को व्यवस्था बनाकर रहने का क्रियात्मक प्रशिक्षण दिया। उसे स्वर्ग संपदाओं का स्वामी कहा जाता था क्योंकि शिक्षा, चिकित्सा, शिल्प, व्यवसाय, कृषि, पशुपालन आदि के सुझाव और संसाधन सर्वत्र यहीं से पहुंचाए गए। जो अपने आप में भरा पूरा हो और पृथ्वी भर को संपन्न बनाने के लिए अनुदान बिखेर रहा हो उसे कुबेर का देश स्वर्ग संपदाओं का स्वामी कहा ही जाना चाहिए। भारत की गौरवमई गरिमा प्रागैतिहासिक काल से गगनचुंबी बनी और एक शहस्त्राब्दी के पूर्व तक पूर्ण बनी रही। यही है हमारा प्राचीन प्राचीनत्व। आज हमें इसी गौरव गरिमा को पुनर्स्थापित और विस्तृत कर जनमन तक पहुंचाना है।

यह विडम्बना हीं है कि इतनी विशाल संपदाओ का स्वामी देव तुल्य आदर्शो , संस्कारो का प्रणेता और प्रतिपालक होते हुए भी यह देश विपन्नता और हीनता को अपनी नियति मान बैठा है। यह स्थिति कब और कैसे हो गयी इसका अत्यंत लम्बा एंव विस्तारित इतिहास है हमे अपने सुनहरे अतीत के प्राप्ति का प्रयास करना होगा।

प्राची फाउंडेशन देश के प्राचीनतम परम्परा, कर्तव्य, ज्ञान, संस्कार को प्रतीची तकनिकी के सुंदर सुयोग्य ,सहयोग एवं समन्वय से पुनः प्राप्त करने की कामना करता है। हम आशान्वित है अपने उद्देश्यों , प्रयासों संकल्पों के बल पर। हम एक दिन अवश्य हीं सफलता के समीप होंगे।

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Prachi Foundation is a non-governmental organization established in 2006. The registration number of the organization is: 227/06-07-2006?(06-07-2006). The organization is operational in Jharkhand, India. Prachi Foundation works in the area of Gram Swalamban,social Transformation, Advocacy and Research, Art & Culture, Children, Civic Issues, Disability, Disaster Management, Education & Literacy RTE, Environment and natural resource management,Plantation,van Rakshabandhan, Health & Nutrition, HIV/AIDS, Human Rights, Information & Communication Technology (ICT) , Land Resources, Panchayati Raj, Right to Information & Advocacy, Rural Development & Poverty Alleviation, Tribal Welfare, Vocational Training, Water and Sanitation, Womens Development & Empowerment, etc. The NGO works towards the promotion of sustainable development.




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